बैतूल। बैतूल शहर की उदय परिसर कॉलोनियों के बंधक प्लॉट अधिकारियों ने कालोनी में विकास कार्य नही कराए जाने के बावजूद बंधक मुक्त कर दिए है अब कालोनी में निवास करने वालो को उनका हक मिलेगा या नही यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा रेरा ने कालोनी में विकास करने के लिए बंधक प्लाट बेचकर प्रशासन को विकास कार्य कराने का आदेश दिया है।
इधर सूत्रों ने बताया कि अब उदय परिसर में कॉलोनाइजर की कोई भी भूमि प्लाटअब बंधक नही है ।
आखिर कैसे किये प्लाट बंधक मुक्त
कालोनी का विकास हुआ ही नही और अधिकारियों ने कॉलोनाइजर से मिलकर पूरे प्लाट बंधक मुक्त कर दिए ।सूत्रों ने बताया कि पहले प्लाट के नक्शे में हेराफेरी कर बंधक प्लाट बेच दिए और बिक्री के बाद नामांतरण भी हो गया ।नक्शे में हेराफेरी भी बड़े ही नाटकीय ढंग से की गई ।
नगर पालिका किसी कॉलोनी को डेवलप करने की अनुमति जारी करती है तो उसके निश्चित भाग के प्लॉट बंधक रखती है। ऐसा इसलिए कि यदि कॉलोनाइजर तय शर्त अनुसार विकास कार्य नहीं कराए तो वह बंधक प्लॉट बेचकर कार्य करा सके। शहर में एक दर्जन से अधिक ऐसी कॉलोनियां हैं जहां के प्लॉट नगर पालिका में बंधक थे लेकिन इन्हें बेच दिया गया। नतीजतन इन कॉलोनियों में रहने वाले हजारों लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं
अधिकारियों ने बंधक प्लॉट का नामांतरण भी किया और उस पर भवन बनाने की अनुमति भी जारी कर दी। बंधक प्लॉट बेचने संबंधी मामलों में अब जिला प्रशासन और नगर पालिका क्या कार्रवाई करती है जिसमें खुद नगर पालिका के ही अधिकारी लपेटे में आएगे । मामले में कॉलोनाइजर के खिलाफ क्या कार्यवाही होगी यह तो अब समय ही बताएगा।
